Rishabh Sharma stories download free PDF

हर सुबह स्टेशन पर मिलती थी वो… पर एक दिन कुछ ऐसा कहा कि सब बदल गया - 1

by Rishabh Sharma
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"हर सुबह स्टेशन पर मिलती थी वो… पर एक दिन कुछ ऐसा कहा कि सब बदल गया" ️ ...

पायल की खामोशी

by Rishabh Sharma
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पायल की खामोशी (एक बेटी की चुप्पी और पिता की जिद ने कैसे बदल दी ज़िंदगी की तस्वीर) ...

तेरा इंतकाम, मेरा इश्क़ - एक अनसुनी मोहब्बत की सीरीज - 1

by Rishabh Sharma
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“तेरा इंतकाम, मेरा इश्क़” – एक अनसुनी मोहब्बत की सीरीज एपिसोड 1: पहला प्यार कभी मरता नहीं ️ ...

उस सावन की आख़िरी रात

by Rishabh Sharma
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️ उस सावन की आख़िरी रात "वो रात आज भी मेरी धड़कनों में ठहरी है... उस सावन की ...

वो तीसरा कौन था?

by Rishabh Sharma
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रात के दो बजे का समय था। चारों तरफ़ सन्नाटा पसरा हुआ था। पुलिस जब उस फ्लैट में पहुँची, ...

आख़िरी सवारी – उस रात ऑटो में जो हुआ…

by Rishabh Sharma
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"भैया, स्टेशन चलोगे?" रात के साढ़े दस बजे का समय था। सड़कें लगभग सूनी हो चुकी थीं। शहर की ...

माँ की चूड़ियाँ अब खनकती नहीं..

by Rishabh Sharma
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रात के सन्नाटे में घड़ी की टिक-टिक और अलमारी में रखी माँ की हरे काँच की चूड़ियों की धीमी ...

तुम्हारे बिना अब कुछ भी पूरा नहीं लगता

by Rishabh Sharma
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तुम्हारे बिना अब कुछ भी पूरा नहीं लगता "मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि तुम्हारे बिना जीना ...

मम्मी के फ़ोन का पासवर्ड

by Rishabh Sharma
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“मम्मी, आपके फ़ोन का पासवर्ड क्या है?” मैंने ये सवाल कई बार पूछा था। हर बार उनका जवाब होता ...