सुकून भरी सुबहअगले दिन अभिमान घर पर ही था। सोफे पर चुपचाप बैठा था, आंखों में हल्की थकावट और ...
जब धड़कनों को ठहराव मिला...अभिमान ने उसका चेहरा अपने सीने से सटा लिया। हल्की-सी आह भरी थी उसने — ...
रात – सिटी हॉस्पिटलहॉस्पिटल के शांत कॉरिडोर में सिर्फ धीमे-धीमे कदमों की आहट थी।अभिमान वॉर्ड की ओर बढ़ रहा ...
रात…अभिमान अपने फ्लैट में अकेला था। हॉल की हल्की रौशनी में वह बियर की बोतल लिए बैठा था। उसकी ...
AAge Doesn’t Matter in Love अगली सुबह…सरस्वती जी ने हाथ से बनी ताज़ी पेस्ट्री एक प्यारे से बॉक्स में ...
घर पहुँचते ही आन्या का चेहरा बुझा हुआ था। ममता जी ने उसे देखा तो फिक्र से पूछा,“क्या हुआ ...
"एक छोटी सी मुलाकात – मीनसूहा और मीराज" बस स्टॉप पर एक लड़की खड़ी थी — शॉर्ट कुर्ती और ...
आन्या ने मन में सोचा—"कल तो ये पेस्ट्री तीस रुपये की थी... आज भी देख लूंगी, शायद वही हो।"इतना ...
अगली सुबह की पहली किरण अभी कमरे में उतरी ही थी कि सरस्वती जी धीरे-धीरे दरवाजा खोलकर अंदर आईं। ...
गुस्से से भरा एक दिन, और एक अनजानी शुरुआत...अभिमान अपनी बुलेट पर गुस्से में बैठा, जैसे किसी आग की ...