रात असामान्य रूप से शांत थी। आधी खुली खिड़की से छनकर आती चाँदनी कमरे को चाँदी से नहला रही ...
Ch 10 : छुपा हुआ चेहराचार आत्माओं की मुक्ति के बाद, रहस्य अब एक ही चीज़ पर टिक चुका ...
Ch 9 : आत्मा संग्रहमीरा के दिल की धड़कनें अब सामान्य नहीं रहीं थीं। दर्पण कक्ष में जिन आत्माओं ...
Ch 8: दर्पण कक्षमीरा, रवि, यामिनी, राघव और तेजा — अब जान चुके थे कि उनका सामना किसी साधारण ...
Ch 7 : भुलाया गया अनुष्ठानमंदिर के अंधेरे तहखाने से ऊपर लौटने के बाद भी पाँचों की साँसे अब ...
Ch 6 : बंटा हुआ रास्ता सीढ़ियाँ अब भी नीचे की ओर जा रही थीं, और हर कदम के ...
Ch 5 : जो आवाज़ पीछा करती है शमशेरपुर का मंदिर हमेशा रहस्यमय रहा है, लेकिन उस रात उसमें ...
Ch 4 : मंदिर की परछाइयाँशमशेरपुर में अगली सुबह कुछ अजीब सी थी।सूरज तो निकला, लेकिन उसकी रोशनी में ...
Ch 3 : जंगल की पहली पुकाररात पूरी तरह से शमशेरपुर पर छा चुकी थी। अंधेरा बस बाहर नहीं ...
Introduction:अग्नि की शक्ति लिए एक स्त्री।अंधकार का शासन करने वाला एक राक्षस।एक रहस्य जो जन्मों से दफन है।एक प्रेम... ...