"चिंता मत करो।" विनोद फुसफुसाया- "मैं तुम्हें मंजिल पर पहुंचाकर ही दम लूंगा।"इसके बाद विनोद यूं अंजुमन पर टूट ...
"मासिक बजट क्या बनाया है बैरिस्टर विनोद ने इन सब के लिए?""मेरे ख्याल से पांच लाख से कम तो ...
लगभग सात बजे अंजुमन उसी बंगले में पहुंची, जहां दाढ़ी-मूंछों वाला वह नौजवान रहता था, जिसे लोग राज बहादुर ...
“मैं जानती हूं।”“क...क... क्या मतलब?"“ये मत समझना कि मैं तुम्हारे इस पैकेट से डर गई हूं। मैं न ऐसे ...
शाम के पांच बज चुके थे।सी.आई.डी. कार्यालय में इंस्पेक्टर ममता अपनी सीट पर बैठी चाय की चुस्कियां ले रही ...
जयदीप ने फिलहाल सुजान के विरुद्ध और कुछ कहना उचित नहीं समझा। उसे उन दोनों की ही बात ठीक ...
दुच्चा सिंह अंजुमन को एक टॉयलेट साफ करते हुए मिला।“सरदारजी।" वह चिल्लाकर बोली - "आप ये क्या कर रहे ...
उसके बाद वहां ज्यादा बातें नहीं हुई। जयदीप ने पूछा कि उन्हें जहां भी जाना है वह पहुंचा देगा। ...
किसी बंदर की तरह उछलता हुआ हनुमान नगर के बाहर स्थित एक ढ़ाबे पर पहुंचा। उस समय शाम के ...
उस चार्टड विमान में सिर्फ पांच यात्री थे। एक पायलट, दूसरा को-पायलट और तीन यात्रियों के अलावा स्टाफ के ...